
Shanky❤Salty
सुना है,
बिल्ली दूध का जला
छाछ भी फूँक-फूँक
कर पीती है,
मतलब यही ना
एक बार चोट खाने
पर ज़्यादा संभालकर
चलना चाहिए…!
पर हम तो शायद
उस बिल्ली से भी गए गुजरें हैं
लाख ठोकर खाकर भी नहीं सुधरते हैं
हर पल उन खुशियों से खेलते हैं
जहां ग़म की कतारें हो
बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा
छल, कपट, प्रपंच, धोखा
यही सब में अपने आप को लगाए हुए हैं
सुनने में और कहने में बहुत अच्छा लगता है
पर अमल करने में……
खैर छोड़ो कुछ नहीं……!!!!
👏👏👏✒🌞
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❤❤❤❤❤
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Excellent fact 👌👌👏👏👏👏
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🤗🤗🤗🤗❤❤❤❤
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वाह, बहुत खूब
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Thank you uncle❤🌹🙏
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हा हा। बिल्कुल सत्य। कहने और करने। क्या बात।
जलेगा मुंह तो जले हम पियेंगे जरूर,
बेटी बचाएं या बेटी पढ़ाए ना पढ़ाए,
नारे लगाएंगे जरूर।
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हाँ हम नहीं सुधरेंगे 😁😅
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