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राम……!!!!!

कौन हैं राम

April 21, 2021

Shanky❤Salty

पाया उसे जाता है राम
जो कहीं खोया है राम
ढूंढा उसे जाता है राम
जो भुलाया है राम
आप कहाँ से आओगे राम
आसमान से टपकोगे राम
या धरती फाड़ आओगे राम
कहीं से नहीं न राम
क्योंकि आप तो हर ज़गह विद्यमान हो राम
चींटी की पुकार हो राम
या मस्जिद कि अज़ान हो राम
आप सब सुनते हो राम
आप तो उर्जा रूप में राम
हर ज़गह हो राम

मैं मर भी नहीं सकता राम
न मैं जी सकता हूँ राम
बस आप में बस सकता हूँ मैं राम
शिव भी मैं ही हूँ राम
शक्ति भी मुझमें ही राम
भक्ति भी मुझमें ही है राम
रावण भी मुझमें ही है राम
मंदिर मूर्ति मस्जिद अज़ान राम
ये सब तो प्रतीक हैं मात्र हैं राम

परछाईं को कोई वास्तविक समझ ले राम
तो यह ना समझी है राम
फ़ोटो को अगर जीवित समझ ले राम
तो क्या करूँ मैं राम
हर किसी की आस्था का प्रणाम है राम
पर आगे भी तो बढ़ना होगा न राम
कब तक तस्वीरों में अटकेगें हम राम
यह संभव नहीं है राम

कि एक ही वक़्त पर हर कोई राम
मंदिर में आपकी पूजा कर सके राम
मस्जिद में बैठ आपको पुकार सके राम
पर यह तो संभव है राम
कि मन मंदिर में बैठ मानस पूजा कर सके राम
शिव रुप में हम शिव की पूजा करेंगे राम
राम रुप में हम राम रस पियेंगे राम
अल्लाह रुप में हम अल्लाह से मिलेंगे राम
हे चिदानंद रुप राम
क्या चढ़ाऊँ मैं तुमको राम

जो सास्वत है राम
उसे कैसे नश्वर अर्पण करूँ मैं राम
चार दीवार के अंदर बैठता हूँ मैं राम
तो चार दीवार ही दिखती है मुझको राम
बाजार में बैठता हूँ मैं राम
तो बाज़ार ही दिखता है मुझको राम
जब राम रुप में बैठता हूँ मैं राम
तो सब राम राम राम ही दिखता है मुझको राम
हद में तुझको ध्याया है राम
तो मानव ही रह गया हूँ मैं राम

बेहद जब तुझको ध्याया है राम
तो तेरा दूत बन कर ही रह गया हूँ मैं राम
अनहद हो कर जब तुझको ध्याया है राम
तो राम रूप में ही ख़ुद को पाया हूँ मैं राम
सब अपने हैं राम
सबके अपने हैं राम
देने में तो आप कंजूसी नहीं करते हो राम
फ़िर हम क्यूँ आपको जपने में कंजूसी कर देते हैं राम
मन नहीं लगता है आपमें हमारा राम
आपको हम ख़ुद से अलग समझते हैं राम

हे राम
अब इच्छा नहीं होती है राम
कि आपको मैं मानव रूप में पूजा करूँ राम
आपको तो आप रूप में ही हो कर पूजना है राम
अब आपको दूध, दही, जल नहीं चढ़ना है राम
आपको तो मन और बुद्धि चढ़ाना है राम
आपको पुष्प और विल्वपत्र क्या चढ़ाऊँ मैं राम
आपको तो सत्व, रज और तम चढ़ाना है राम

आपको क्या भोग लगाऊँ मैं राम
आपको तो प्यार से गले लगाना है राम
क्या दीपक जलाऊँ मैं राम
अब तो आँखों में वो उजाला लाना है राम
जिससे सब कुछ और सबमें राम ही राम दिखे राम
अब क्या कहूँ मैं राम
अब मुझे इससे अधिक कुछ भी नहीं आता है राम
अब मुझे आपको भजना भी नहीं है राम
ना मुख से जपना है राम
ना हाथों से जपना है राम
अब आप हमें भजो न राम
अब हम पायेंगे आपमें ही विश्रा-राम

राम-राम-राम-राम-राम-राम-राम-राम-राम-राम

Author:

I am Ashish Kumar. I am known as Shanky. I was born and brought up in Ramgarh, Jharkhand. I have studied Electronics and Communication Engineering. I have written 10 books. I have come to know so much of my life that life makes me cry as much as death. Have you heard that this world laughs when no one has anything, if someone has everything, this world is longing for what I have, this world. Whatever I am, I belonged to my beloved Mahadev. What should I say about myself? Gradually you will know everything.

43 thoughts on “राम……!!!!!

  1. मेरे लिए काफी है
    मेरा जीवन
    एक उपहार के रूप में

    किसी के पास यह सब नहीं हो सकता
    हम हमारे भीतर खजाना ले
    हमारे पूरे जीवन के माध्यम से

    आत्मा
    यह ब्रह्मांड को गले लगाता है
    सभी प्राणियों
    हमारी धरती मां पर

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  2. आज राम नवमी के पावन अवसर पर आप सभी को रामनवमी की बधाई अौर शुभकामनायेँ । साथ हीं इस पुस्तक के बारे में चंद पंक्तियां लिखना चाहती हूं। कौन है राम ? इस पुस्तक के लेखक राम भक्त आशीष कुमार है। इस सुंदर पुस्तक के लिए वे साधुवाद के हकदार हैं। इस पुस्तक में भगवान राम के जीवन के हर पक्ष के बारे में खूबसूरती से लिखा गया है। जिसे पढ़ने के दौरान जाने अनजाने अनेकों बार राम का नाम जप होता रहता है।

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, विष्णु अवतार मर्यादा पुरुर्षोत्तम भगवान राम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अयोध्या में हुआ था। मर्यादा पुरुषोत्तम राम हमारे भारतीय संस्कृति के मानस में से रचे-बसे हैं। कहते हैं राम का मात्र नाम ले लेने से राम, हनुमान और महादेव खुश हो जाते हैं। 15 वीं सदी के महान रहस्यवादी कवि कबीर ने भी कहा है –

    “एक राम दशरथ का बेटा,

    एक राम घट घट में बैठा,

    एक राम का सकल उजियारा,

    एक राम जगत से न्यारा”।।

    प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं !!!!

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    1. राम भक्त आशीष कुमार feeling proud Aunty 😇😇
      ह्रदय से धन्यवाद आण्टी इसे पढ़ने और अपना विचार साझा करने के लिए। बस राम जी कृपा हम लोग इस रामनवमी को पा ले। 💕🤗

      Liked by 4 people

      1. Most welcome!
        कृपा मिल चुका है तुम्हें। तभी तो तुम्हें यह किताब लिखने की प्रेरणा मिली।

        Liked by 2 people

      1. Ak book likha kar public karni he aap ne bhi to apni book public ki he kon sa platform acha he in sab ke liye or kya karna hoga plzzz help me

        Liked by 2 people

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