Posted in Uncategorized

The Last Page Of Life

March 12, 2023

Shanky❤Salty

The Last Page of Life is a very good book.
If you want to read a heart of Woman, then I will highly recommend you this outstanding book because the topics are very real and you will surely get answers to your questions.
If you are down in your life, then go ahead with this book.
It’s a good book to read in a poetic way with some deep & truly divine quote.

If you haven’t read this then what did you read?

Must recommend to all just try one.


To read Physical copy click here
To read E-book click here

The author of this book is Suma Reddy who is sensitive yet strong & simple yet elegant. A mother of 4 years old and a techie by profession.


Posted in Uncategorized

महिला दिवस….!!!!

Shanky❤Salty

पूरे साल महिलाओं को आहत करना
उसके होंठों को चुमने की कोशिश करना
स्तनों को घूर कर आँखों की तपिश मिटाना
चिकनी-चुपड़ी बातों में फसा बिस्तर तक
लेटाने का ख्वाब सजाना……
और बस एक दिन चंद कविताओं से
महिलाओं के जख्मों पर मरहम लगा
फिर अपनी औकात दिखाना है

सुना था कुत्ते हड्डीयों पर मरते हैं
पर देखा है कुछ हैवान मेरे जिस्म को
नोचने के लिए जीते हैं
खैर छोड़ों महिला दिवस की शुभकामनाएं
तुम सभी को हम लेट से देते हैं


Posted in Uncategorized

छोड़ गए पापा मुझको…..!!!!

February 17, 2023

Shanky❤Salty

ना चाहते हुए भी
वे छोड़ कर गए हमें
शायद उनकी मजबूरी थी
या कहूँ तो मेरे विधाता की मर्जी थी,
पकड़ उंगली चलना सिखाया था मुझको
डांटकर ज़िन्दगी में जीना सिखाया था मुझको
पढ़ा लिखा काबिल बनाया मुझको
पैरों पर खड़ा कर जिम्मेदार बनाया मुझको
सब कुछ सिखाकर ना जाने क्यों छोड़ गए वे मुझको,
किससे कहूँ और कैसे कहूँ और कहां कहूँ
अपने आँसू छुप छुपाए फिरते हैं हम
आपके बाग का फुल था मैं
मुरझाया मुरझाया फिरता हूँ मैं
काश तुम वापस आ जाते
या थोड़ी देर और ठहर जाते,
कैसे कहूँ पापा
तुम मुझे छोड़ कर ना जाते,
कागज पर हम स्याही चला देते हैं
आपके जाने के दर्द को हम कैद कर रख देते हैं
पेड़ की छांव हटते ही सुकून चला जाता है
पापा आपके जाने से
ये बच्चा तड़पता सह रह जाता है,
दिन थम सा गया है और रात का चाँद मानो जम सा गया है
घड़ी की सूई को भी पीछे घुमा कर देख लिया
पर पापा आपका साया मुझको नज़र ना आया
तन्हा ये मंज़र है ख्वाब अब सारे बंज़र है,
कहते हैं लोग
जो आया है वो तो जरूर जाएगा
वक्त के साथ सब बदल जाएगा
पर भला आपकी कमी कौन भर पाएगा,

भरे कंठ लिए जब भी पापा कहता हूँ
भारी दिल लिए अपने शब्दों के साथ आपको श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ


Published by ‘Anonymous’ on behalf of Shanky

Posted in Uncategorized

The 14th February & Beyond – Official Trailer

February 8, 2023

Shanky❤Salty

The 14th February & Beyond is an award winning documentary film by Utpal Kalal. Recently premiered at the 51st International Film Festival of India. IFFI Goa.

The first ever – and deepest look into Valentine’s Day.
This is a documentary film that exposes the strange face of this global love fest and its impact on the mental health of our society. The filmmaker explores the origins of this famous holiday, and how it’s been twisted as a result of consumerism and commerciality into a competition and self-esteem checklist. While disguised as a celebration of love, spanning days of gifts and adoration in some cultures, Valentines Day can actually often lead to some very dark memories, humiliation and rejection, and self-esteem crises for others. We reveal the shocking facts about the commercialisation of Valentine’s Day – the spending and traditions that have been overlooked until now; as well as bringing forth a comprehensive view of the subject through experts from various fields into this eye-opening narrative – that we all have an opinion on – no matter what!


Awards-
-Riverside International Film Festival, California, USA
Winner, Best Documentary Film, Audience Choice Award
-Jaipur International Film Festival, India
Winner, Best Film award (Documentary Feature)

Nominations-
– 51st International Film Festival of India (IFFI) (Indian Panorama)
-Indian Film Festival of Melbourne, IFFM, Australia
-San Diego Comic Con International Independent Film Festival, USA
-Millenium International Documentary Film Festival, Belgium
Official Selection, Youth Vision Competition
-Mumbai International Film Festival, India
Nomination, Best Documentary, Silver Conch Award
-UK Asian Film Festival, Middlesex, United Kingdom
-Indian Film Festival of Houston, Inc, Texas, USA


Posted in Uncategorized

वृद्धाश्रम से अनाथआश्रम….!!!!

February 6, 2023

Shanky❤Salty

निस्वार्थ प्रेम यह एक पुस्तक है जिसे मैंने काव्यात्मक ढ़ंग से वृद्धाश्रम से अनाथआश्रम तक कि यात्रा को लिखा है।

आशा है आप सब को यह बहुत पसंद आया होगा

पुरी पुस्तक पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
पुस्तक खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (20)…..!!!!

February 5, 2023

Shanky❤Salty

अकड़ना कभी सिखाया नहीं इन्होंने
ना झुकना सिखाया कभी
सिखाया तो सिर्फ अपनी मौज में रहना

एक वाक्या याद आ रहा है
रात को वो आ ही गई थी
मुझको साथ ले जाने वाली ही थी
दवा ने भी अपना असर है छोड़ा था
दर्द ने जो साथ पकड़ा था
काफी दिनों के बाद मेरे दिल में दर्द उठा था
बाहर पेड़-पौधे बारिश में भीग रहे थे
इधर मैं पसीने से भीगा हुआ था
नींद तो ऐसी रुठी थी
दवा लेने के बाद भी मुझसे दूर बैठी थी
हर कोई श्री कृष्ण के जन्म की
तैयारियाँ कर रहा था
मैं लेट अपनी धड़कनों को गिन रहा था
पर माँ वो तुम ही थी ना
जिसने श्रीकृष्ण के मूर्ति की पूजा छोड़
“वासुदेवम् स्वं इति”
(वासुदेव तो हर जगह है)
मुझे गोद में सुलाया था मेरे दिल पर हाथ रख
“गोविंद हरे गोपाल हरे जय-जय प्रभु दिन दयाल हरे”
गाकर मेरे दर्द को दूर कर रहीं थीं
माँ तेरे थपकियों ने ही मुझको सुलाया था
कल तक चलना तो दूर
मुँह से आवाज तक नहीं ले पाथ रहा था


निस्वार्थ प्रेम (19)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (19)…..!!!!

February 4, 2023

Shanky❤Salty

अरे ओ जनाब
यह कोई सपना नहीं है
माँ बाप सा कोई अपना नहीं है

महादेव जी का पड़याँ पड़ी थी
तेरी माँ ने पाने को तुझको
पर तूने …….
यार लगा के देखो ना
गले तुम एक बार
खुशियाँ मिलेगी तुझको अपरम्पार

मैं कैसे करूँ ना भरोसा उनका
जिन्होंने पाला तुमको है
और तूने उसे ही निकाला घर से हैं

यकीनन तुम जमाने के नजरों में
अच्छे रहो या ना रहो
पर अपने माँ-बाप के नजरों में
कभी बुरा बन के ना रहो

हजारों जिम्मेदारियों को त्याग देना
पर माँ-बाप छोड़ शहर के तरफ
पाँव मत बढ़ा देना
एक उमर तो बितने दो जनाब
खुद-ब-खुद एहसास हो जाएगा
माँ बाप की कही बातों का


निस्वार्थ प्रेम (18)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (18)…..!!!!

February 3, 2023

Shanky❤Salty

ज़रा सोचो ना

वो घर कैसा होगा?
जिसकी आँगन सुनी होगी
रसोई में बरतन टकराने की
आवाज तक नहीं आएगी
देर से उठने पर डॉट नहीं पड़ेगी
आँचार बाजार से खरीद खाना होगा
यार बेजान सी लगेगीं वो घर
कल्पना मात्र से रूह काँप उठती है
शौक तो बाप की कमाई से पूरी होती है
खुद के पैसे से तो बस
जरूरतें ही पूरी हो सकती हैं
ताउम्र बचपन रह जाएगा
गर तू माँ-बाप संग ज़िन्दगी बिताएगा
वो कहते हैं ना
उमर का फासला है
या कहूँ तो
उमर का फैसला है
हर किसी ने अपनों पर
अपना अधिकार जमाया है
बड़े होकर हर चिड़िया ने
अपना रास्ता बनाया है


निस्वार्थ प्रेम (17)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (17)…..!!!!

February 2, 2023

Shanky❤ Salty

हर हाल में जीना सिखाया है
कभी बोझ नहीं समझा है
हमें माँ-बाप ने
पर ना जाने क्यों हमें
माँ-बाप बोझ लगते हैं
बच्चे माँ-बाप के साथ
अब नहीं रहतें
बल्कि अब माँ-बाप
बच्चों के साथ रहते हैं
अपनी चाहतों को राख बनातें हैं
इच्छाओं को खाक करते हैं
वो और कोई नहीं
हमारे अपने माँ-बाप होते हैं
ज़रा-ज़रा सी बात पर वो साथ छोड़ देते हैं
वो मतलबी रिश्तेदार, दोस्त, साथी….
पर एक माँ-बाप ही हैं
जो शरीर छोड़ने के बाद भी साथ नहीं छोड़तें
धन लाख करोड़ तूने क्यों ना कमाया हो
पर माँ-बाप को भुला कर
सब कुछ तुने गवाया है


निस्वार्थ प्रेम (16)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (16)…..!!!!

February 1, 2023

Shanky❤Salty

घर में सेवा माँ बाप कि कर के तो देखो
पीछे पीछे हरि फिरते दिखेंगे
वो माँ पुराने ख्यालातों कि लगती है
जिसने तुम्हें काबिल बनाने के लिए
अपने माँ बाप के दिए जेवर गिरवी रख दिये थे
क्यों अपने शब्दों से उनके सिने को छलनी करते हो
जड़ों को काटोगे तो फल कहां से होगे
पानी सींचों जड़ में
माँ बाप को गले लगा देखो
सारी अलाएं-बलाएं चलीं जाएगी
और हरि पीछे पीछे आ जाएगें
दवाओं में भी वो असर नहीं है
जो माँ बाप की दुआओं में है
जग की कितनी भी सवारी क्यों ना कर लो
बाप के घोड़े की सवारी कहीं नहीं मिलेगी
कितनी भी महंगे तकिये में क्यों ना सो लो
माँ के गोद जैसे सुख कहीं नहीं मिलेगा
सिखाते है माँ बाप मुझको
रखो ना गाँठ तुम मन में ना तन में
ग़र जीना है तुमको खुल के तो
ना मान दिया ना दिया कभी अपमान माँ-बाप ने
बस सिखाया है
जहर कि पुड़िया है ये मान-अपमान
हर हाल में मुस्कुराना सिखाया है


निस्वार्थ प्रेम (15)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (15)…..!!!!

January 31, 2023

Shanky❤Salty

हे राम पता नहीं क्यों हम ऐसा करते जा रहे हैं
जिन्दगी जन्नत है उनकी
जिन्होंने माँ बाप के सिखाये रास्तों पे चला है
जिस तरह राम जी हमारा बुरा नहीं कर सकते है
ठीक उसी तरह माँ बाप हमारा बुरा नहीं कर सकते है
गुलाबों की तरह महक जाओगे
गर माँ बाप के संस्कारों को अपनाओगे
ये रिश्ता गजब है जनाब
तकलीफ तुम्हारे देह को होगी
पर दर्द माँ बाप को महसूस होगी
यार कृष्ण भी श्री कृष्ण तो माँ बाप से ही बने है
राम भी श्री राम माँ बाप से ही बने है।
तुम भी बन सकते हो
हम भी बन सकते हैं
महान
ग़र ख्याल रख लिया माँ बाप का तो
एहसानों वाला नहीं
प्यार वाला
माँ बाप के रहते
ना किसी ने परेशानी देखी
जब गुजरे माँ बाप तो
ना रहा चेहरे पर मुस्कान
ना देखा मुसीबतें
ना रहा……..
क्यों मंदिरों मस्जिदों में
ईश्वर, अल्लाह को खोजते हो


निस्वार्थ प्रेम (14)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (14)…..!!!!

January 30, 2023

Shanky❤ Salty

ये हमारा
हंसना, गाना लिखना
खेलना, कूदना, सोना
सब उनसे ही तो है
माँ बाप साथ हो ना तो
बेफिक्री खुद-ब-खुद
साथ आ ही जाती है
वर्ना देखो उन्हें
जिनके सिर से माँ का आँचल हट जाता है
या पिता का साया हट जाता हो
क्या हाल हो जाती है उनकी
बस जिस्म रह जाता है
जरूरत पड़ने पर एक माँ भी
पिता का फर्ज निभाती है
और पिता भी माँ का
पता नहीं यह अलौकिक शक्ति कहाँ से आती है
बच्चे होते हुए हमें कद्र नहीं होती माँ बाप की
जब हम भी माँ बाप होते
तो बच्चे करते नहीं कद्र हमारी
ये सिलसिला चलता आ रहा है
सब कुछ मालूम होते भी
हम खुद को पतन के रास्ते ले जा रहे हैं


निस्वार्थ प्रेम (13)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (13)…..!!!!

January 29, 2023

Shanky❤Salty

जामाने को कठोर कहते हो
माँ के कोमल हृदय को छोड़
उसे जमाने में फंसे रहते हो
माना की पिता की बात
नीम जैसी कड़वी है
पर यार सेहत के लिए तो वही अच्छी है
सिखाया था मेरे राम जी ने मुझको
हर चाहत के पीछे मिल दर्द बेहिसाब है
पर एक माँ बाप ही हैं
जो ग़र साथ हो ना तो वहाँ दर्द का नामो निशां नहीं है
ज़िन्दगी की जंग मौत से लड़ कर मैं पड़ा था बेड पे
गुरुग्राम कि अस्पताल में
जिंदा लाश बन के
वो पिता ही जो टूट चुके थे
लेकिन आँखों से आँसू छुटने नहीं दिया
हाल मेरा बेहाल देख मुझसे पूछा नहीं
डर था उन्हें, कहीं उनके आँसूओं को देख
मैं टूट ना जाऊँ
डाक्टर थक गए थे
मेरे हृदय की गति को सामान्य करने में
पर वो पिता ही थे
जिन्होंने मेरे हृदय पर हाथ रखते ही
उसे सामान्य कर दिया था
5 दिन से नींद मुझसे रूठी थी
माँ की थपकियों और लोरियों ने
मुझे सुकून का नींद दिलाया था
क्या कहूँ मैं जनाब
यार ये साँसे है तो उन्हीं की अमानत


निस्वार्थ प्रेम (12)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (12)…..!!!!

January 28, 2023

Shanky❤Salty


कितनी आसानी से कह देते हैं हम
समझते नहीं है माँ बाप हमारे
पता नहीं हम ये बात समझ क्यों नहीं पाते हैं
बड़े क्या हो गए हम मानो पंख ही आ गए
चलना क्या सीख लिया
उनकी उंगली पकड़ कर उड़ना ही शुरू कर दिया हमनें
रास्ता दिखाया माँ बाप ने
और व्यवहार हमारा ऐसा
जैसे खुद ही बनाया रास्ता हमनें
किसी शख़्स ने बहुत खूब लिखा था
खुली आँखों से देखा सपना नहीं होता
माँ बाप से बढ़कर कोई अपना नहीं होता


निस्वार्थ प्रेम (11)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (11)…..!!!!

January 27, 2023

Shanky❤Salty

वो बाप ही जनाब
जो भरे बाजार में अपनी पगड़ी उछलने ना देगा
पर अपने बच्चों की खुशी के खातिर ही
भरी महफ़िल में भी अपनी पगड़ी किसी के पैरों पे रख देगा
अपनी खुदगर्जी के लिए वो बच्चे
बाप को भी भरे बाजार में गलत कह देगा
जीवन के एक पड़ाव में
जरूरत होती है माँ-बाप को
हमारे एहसानों की नहीं हमारे प्यार की
जिसने हमें हर आभावों से दूर रख
काबिल बनाया
उन्हें ही हम आभावों में रख रहे हैं
अपने चार दिन के मोहब्बत के खातिर
हम तमाशा कर देते हैं उनका
जिसने हमारे जन्म से पहले ही
ताउम्र हमसे मोहब्बत की सौगंध खाई थी


निस्वार्थ प्रेम (10)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (10)…..!!!!

January 26, 2023

Shanky❤Salty

जब माँ बाप साथ हो ना
तो किसी भी चीज कि परवाह नहीं होती
उनके होने से ही
हर दिन होली लगती है
हर रात दिपावली लगती है
और ना हो ग़र माँ बाप तो
पूछो उनसे
होली भी बेरंग सी लगती है
दिपावली भी अंधियारा सा लगता है
आँखों में आँसू
और मन भारी सा लगता है
क्या मंदिर मस्जिद भटका है वो
क्या स्वर्ग कि चाहत होगी राम जी उन्हें
माँ बाप मिले हैं जिन्हें
चरणों में ही माँ बाप के बैकुंठ होगी
पता नहीं राम जी
वो औलाद कैसी है
जो सफलता की शिखर पर पहुंच कर पूछता है
माँ बाप से तूने किया ही क्या है मेरे लिये
बस राम जी
यही कारण है उसके पतन का
कहता है वो औलाद जो भी किया वो तो
फ़र्ज़ था पर कैसे समझाऊँ मैं उनको यार कम से कम माँ बाप ने
फ़र्ज़ तो पूरा कर दिया
पर तुमने क्या किया यक़ीनन दुनिया में बहुत सी चीजें अच्छी है
पर सच कहता हूँत मैं
हमारे लिए तो हमारे माँ बाप ही सबसे अच्छे है


निस्वार्थ प्रेम (9)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (9)…..!!!!

January 25, 2023

Shanky❤Salty

खुशियां ज़िन्दगी में कम होती जा रही है
दो रोटी के लिए हम माँ बाप से जो अलग होते जा रहे है
माँ बाप के प्यार जैसे प्यारा और कुछ नहीं लगता है
माँ बाप के चेहरे में खुशियां आसानी से दिख जाती हैं
पर ज़ख्मों का दाग दिख नहीं पाता है
अपने संस्कारों से
हमारी हिफाज़त करने का संकल्प जो लिया है उन्होंने
अपनी जान से भी ज्यादा हमको चाहा है
हम सबने सत्यवान और सावित्री कि कहानी सुनी ही होगी
की यमराज से भी अपने पति की प्रारण ले आती है
पर यह तो माँ बाप है जो मृत्यु तो बहुत दूर कि बात है
यह तो संकट को भी पास भटकने ना दें
ऐसा अद्भुत प्रेम है इनका
पिता हमारी खामोशियों को पहचानते हैं
माँ हमारे आँसूओं को आँचल में पिरोती हैं
बिन कहें ही हालातों को हमारे अनुकूल कर देते है


निस्वार्थ प्रेम (8)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (8)…..!!!!

January 24, 2023

Shanky❤Salty

जरूरतें अपनी भुला कर
हसरतें मेरी पूरा करते थे
वो और कोई नहीं मेरे मेरे पिता थे
मेरी चीखों को मेरे आँसूओ को
वो मुस्कान में बदलती थी
आज जब वो बूढ़ी हो गई है
तो ना जाने क्यों
हमें उसके जरूरतें
कि चीख-पुकार कानों तक नहीं रेंगती है
यक़ीनन बेटा अब बड़ा हो गया है
पैरों पर खड़ा हो गया है जमाने की चकाचौंध में
वो अपने माँ बाप को भूल गया है
अरसा बीत गया होगा
माँ की गोद में सोए हुए
पर कोई बात नहीं
जब माँ सदा के लिए सोएगी ना
तब हमें उसके गोद की कमी खलेगी
एक अनुभव लिखता हूं मैं
करीब नौ-दस घंटे मैं जंग लड़ रहा था
हाँ वही मृत्यु से दुआओं का दौर चल रहा था मेरे अपनों का
जंग करीब करीब जीत चुका था
खबर भी फैल गई थी जंग में जीत हो गई है
लोग अपने अपने घर चल दिए थे
कुछ लोगों ने खाना खा लिया था
तो कुछ सो चुके थे
पर कुछ ही देर में बाजी पलट चुकीं थी
मृत्यु ने प्रहार शुरू कर दिया था
सफेद चादर से मैं लिपटा था
पल भर में ही खून के फव्वारों से वो लाल हो गया
हार चुका था मैं
शायद मर चुका था मैं
जिंदगी की जंग को चीखता रहा मैं चिल्लाता रहा मैं
पर मृत्यु ने अपनी पकड़ नहीं छोड़ी
मेरे शरीर से मेरे प्राणों को खींच कर
अलग करने ही वाली थी कि तभी
ईश्वर के दूत आए
हाँ माँ पापा आए
माँ मुझको देख हैरान तो हो गई थी
पर मृत्यु उन्हें देख परेशान हो गई थी
पापा ने तुरंत ज़िंदगी के कागज पर
दस्तखत कर जीत का आदेश लिखा
फिर क्या मृत्यु को इजाजत ही नहीं मिली
और खाली हाथ उसे वहाँ से लौटना पड़ा
कहाँ ना मैंने बहुत पहले
जिनके सिर पर माँ-बाप का हाथ होता है
वहाँ पर मृत्यु को भी इज्जात लेनी पड़ती है


निस्वार्थ प्रेम (7)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (7)…..!!!!

January 23, 2023

Shanky❤Salty

देखा है मैंने

साँसे रुक जाती है ना उनकी
सुकून की नींद उड़ जाती है हमारी
पिता कि साया हटते ही
बच्चे खुद-ब-खुद बड़े हो जाते है
माँ के गुजरते ही
बच्चे तकिये में मुँह छुपा रोते रह जाते है
जमीन के टुकड़े के लिए
हम माँ बाप के दिल के
हाजारों टुकड़े कर देते है
गरीबी सताती जरूर थी
पर हमारा पेट भर
वो खुद भूखा रहती थी तो
वो और कोई नहीं हमारी माँ ही थी
हम कैसे खुश रहे
इस सोच में ही तो
माँ बाप सारी जिंदगी गुजारते हैं
धन लाख करोड़ कमाया है
माँ बाप को खुद से दूर कर तूने
असली पूंजी गवायाँ है
खाया है मैंने
माँ के एक हाथ से थप्पड़
तो दूजे से घी वाली रोटी
याद है मुझे वो रात भी
जब खुद की नींद उड़ा कर
गहरी नींद में सुलाती थी
खुद गीले में सो कर
मुझको सूखे में सुलाती थी


निस्वार्थ प्रेम (6)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (6)…..!!!!

January 22, 2023

Shanky❤Salty

माँ की ममतामयी आँखों को,
भूलकर भी गीला ना करना
और
माँ की ममता का
पिता की क्षमता का
अंदाजा लगाना असंभव है
उंगली पकड़ कर
सर उठा कर चलाना सिखाया है
पिता ने
अदब से
नज़रें झुका कर चलना सिखाया है
माँ ने
सब सिखाया है
माँ ने
हौसला भरा है
पिता ने
यश और कीर्ति दिलाया है
पिता ने
माधुर्य और वात्सल्य दिलाया है
माँ ने
कर्ज लेना कभी नहीं सिखाया आपने
पर ना जाने क्यों
हमें आपने कर्जदार बना दिया है
जिसे इस जन्म में तो पूरा करना संभव ही नहीं है
जब तक साँसे है
तब तक कर ले ना
प्यार उनको


निस्वार्थ प्रेम (5)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (5)…..!!!!

January 21, 2023

Shanky❤ Salty

निकल रहा था मैं वृद्धाआश्रम से
गुजरते देखा मैंने एक औरत को
वृद्धाआश्रम के बगल से
शुक्रिया अदा कर रही थी वह ईश्वर को
रहा न गया मुझसे पूछ बैठा मैं “आप कौन हो”
मुस्करा वह कह गई “एक बाँझ हैं”

गूगल के द्वारा पता चला है
भारत में कुल 728 वृद्धा आश्रम हैं
और 2 करोड़ अनाथआलय हैं

वो कहते हैं न
कर्म का फल सबको भोगना ही पड़ता है…!!
खैर छोड़ो तुम्हारी जो मर्जी हो
करना बस हाथ जोड़ कहता हूँ
सिर्फ एक बार
सिर्फ एक बार
हर दुआ में उसकी दुआ है
जिसके सिर पर माँ की छाया है
समझो ना वहीं पर खुदा का साया है
काँटों को फूल बनाया है
पिता ने हर मुश्किल राह को आसान जो बनाया है
सोकर स्वयं गीले में, सुलाया तुझको सूखे में


निस्वार्थ प्रेम (4)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (4)…..!!!!

January 20, 2023

Shanky❤Salty

मैं बहुत कुछ कहना चाहता हूँ हृदय की पीड़ा है
जब सुनता हूँ बलात्कार हुआ,
किशोराअवस्था में बच्ची गर्भवती हो गई,
17 साल की बच्ची का गर्भपात हुआ,
इश्क कर बच्चे भाग गए….
अब आगे क्या कहूँ मेरे आँसू ही जानते हैं
शायद माँ-बाप ने अच्छे संस्कार नहीं दिये होंगे इसलिए
ऐसा हुआ होगा यह कह हम ही ऊँगली उठाते हैं

अच्छा छोड़ो ये सब बातें

ग़र तुम्हें एक साथ आँखों से सच देखना है
और कानों से झूठ सुनना है
तो किसी वृद्धा आश्रम जा कर वहाँ रहने वाले
किसी से भी उनकी ख़ैरियत पूछ कर देखो
तुम खुद-ब-खुद समझ जाओगे
मैं कहना क्या चाहता हूँ और लिखना क्या चाहता हूँ

खैर छोड़ो
तुम बड़े हो गए हो
तुम्हारे पास वक्त कहाँ
सच में
अब तुम बड़े हो गए हो
वक्त कहाँ है, बुढ़ापा आने में


निस्वार्थ प्रेम (3)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (3)…..!!!!

January 19, 2023

Shanky❤Salty

मेरे इस सवाल का जवाब किसी के पास
नहीं होगा पर मेरी पंक्तियों को पढ़ हर किसी के

आँखों से आँसू छलक ही जाएगा
यार वो कितना भी पत्थर दिल क्यों ना हो
वो एक ना एक पल पिघल ही जाएगा
हमें जीवनसाथी तो हजारों मिल जाएंगे
परन्तु क्या माँ-बाप दुसरे मिल पाएँगे ???

अब बेसरमों कि तरह हाँ मत कह देना
हाथ दिल पल रख मैं कहता हूँ
एक बार प्यार से माँ-बाप को गले लगा के तो देखो
प्रेम दिवस उनके साथ मना के तो देखो
सच कहता हूँ तुम निःशब्ध हो जाओगे
जब माँ-बाप के हृदय से तुम्हारे लिए
करुणा, माधुर्य, वात्सल्य छलकेगा न
तब तुम्हारे रूह से आवाज आएगी

हो गए आज सारे तीर्थ चारों धाम
घर में ही कुंभ है माँ-बाप की सेवा ही शाही स्नान है

मान लो मेरी बात

बाकी तो आप जानते ही हो
क्योंकि सुना है आप समझदार हो

यही दिव्य प्रेम है
मेरे शिव जी ने भी कहा है:-
धन्या माता पिता धन्यो गोत्रं धन्यं कुलोदभवः
धन्या च वसुधा देवि यत्र स्याद् गुरुभक्तता

जिसके अंदर गुरुभक्ति हो
उसकी माता धन्य है, उसके पिता धन्य है,
उसका वंश धन्य है उसके वंश में जन्म लेनेवाले धन्य हैं,
समग्र धरती माता धन्य है

वैसे प्रथम गुरु कौन होता है हम सबको पता ही है
तो कर लो न गुरुभक्ति उत्पन्न


निस्वार्थ प्रेम (2)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (2)…..!!!!

January 18, 2023

Shanky❤Salty

बचपन में बच्चों कि तबियत बिगड़ती थी
तो माँ-बाप कि धड़कनें बढ़ती थीं
आज माँ-बाप कि तबियत बिगड़ी है
तो बच्चे जायदात के लिए झगड़ते हैं
हम प्रेम दिवस मनायेंगें
माँ-बाप को भूल प्रेमी संग जिन्दगी बितायेंगे
सच कहूँ तो, रूह को भूल जिस्म से इश्क़ कर दिखायेंगे
पता नहीं माँ-बाप ने कैसे संस्कार हैं हमको दिये
बड़े होते ही इतने बतमीज़ बन गए जिनकी कमाई से अन्न है खाया
आज उनको ही दो वक्त की रोटी के लिए है तरसाया
गूगल पर माँ-बाप की बहुत अच्छी और प्यारी कविताएँ
मिल जाती हैं मुझको, पर पता नहीं क्यों मैं निःशब्ध हो जाता हूँ
वृद्धा आश्रम की चौखट पर आ कर
कर माँ-बाप का तिरस्कार वो मेरे राम जी के सामने आशीर्वाद हैं माँगते
अब किन शब्दों में समझाऊँ में उनको
ईश्वर ही हमारे माँ-बाप बनकर हैं आते
अपने संस्कारों से जिसने हमें है पाला आज हमने अपनी हरकतों से जीते जी माँ-बाप का अंतिम संस्कार है कर डाला
भरे कंठ लिए एक सवाल है गर माँ-बाप से मोहब्बत है
तो वृद्धा आश्रम क्यों खुले हैं ????


निस्वार्थ प्रेम (1)…..!!!!👉 यहाँ पढ़े


Posted in Uncategorized

निस्वार्थ प्रेम (1)….!!!!

January 17, 2023

Shanky❤Salty

हर रिश्ते में स्वार्थ देखा है हमनें
एक माँ-बाप ही हैं जिन्हें निस्वार्थ देखा है
वो बचपन में ही खुशियों के रास्ते खोल देते हैं
हम बड़े हो कर उनके लिए ना जाने क्यों
वृद्धा आश्रम के रास्ते खोल देते हैं
पढ़ा-लिखा कर हमको काबिल बना देते हैं
पर हम कभी उनके दर्द को पढ़ नहीं पाते हैं
अपने अरमानों का गला घोट
जिन्होनें हमे इंसान है बनाया
हमनें अपनी इंसानियत को मार
माँ-बाप की आँखों से आँसू बहाया है
जिन्होंने हमको उंगली पकड़ चलना सिखाया है
हमने उनको हाथ पकड़ घर से बेघर कर दिखाया
अपनी ख़ुशबू दे हमको जिन्होंने फूल बनाया है
हमने तो काँटे दे उनको रुलाया है
जिसने काँधे पे बैठा हमें पूरा जहाँ घुमाया है
उसे सहारा देने पे हमें शर्म आया है
हमारी छोटी सी खरोंच पर
उसने मरहम लगाया है
हमने अपने शब्दों से ही
उनके दिल में जख़्म बनाया है
माँ-बाप ने हमें सुंदर घर बना कर दिया
हमनें भी उनको बेघर कर अपनी औकात दिखा दिया….(आगे जारी है)


Posted in Uncategorized

जीवन का अंश….!!!!

December 21, 2022

Shanky❤Salty

मेरी एक और नई किताब जिसमें 400 से अधिक कविता और कोट्स का संग्रह है इस पुस्तक में जिसे एक छोटी सी बात और उसमें बड़ी सी बात के रूप में लिखने की कोशिश किया है। आशा है आपको पसंद आएगी।

Buy Paperback click here

Buy From Amazon click here