
Shanky❤Salty
15 अगस्त 1947 हमें आजादी मिली थी
और हर साल हम आजादी का पर्व मनाते है
हर घर तिरंगा अभियान हो रहा है
ना जाने कब हर मन तिरंगा होगा
अंग्रेजों से तो आजादी मिल गई
सब खुशीयां मना रहें हैं
ना जाने कब हमें
बलात्कार से आजादी मिलेगी
गरीबी के जकड़न से आजाद होगें
भ्रष्टाचार कि दिमक कब हटेगी
दुख और चिंता के गर्भ से कब आजाद होगें
तिरंगा लहराता है हमारा
बड़ा सुंदर लगता है देश हमारा
ग़र हो उस तिरंगे पे बैठी सोने की चिड़िया
तो क्या खूब होगा नज़ारा
देश सोने की चिड़िया तो है
पर अफ़सोस हम उस चिड़िया को पींजड़ो में कैद रखे हैं
ना जाने कब वो आजाद होगी
हर वक़्त हर पल सरकारों पर उंगली उठाते है
पर क्या हम कभी खुद पर उंगली उठाते हैं
शायद नहीं
क्योंकि हम अपने पर दोष क्यों देखेंगे
वैसे भी बुराईयां दुसरों में दिखती है
खुद में देखने का हिम्मत नहीं है
हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन पुरी निष्ठा से शायद ही करते हो
पढ़ाई करते वक्त फाकीबाजी
काम करते वक्त कामचोरी करते हैं
जैसे तैसे नौकरी पाते हैं
फिर अपने कुर्सी पर जम कर केवल पगार पाते हैं
और वक्त-बे-वक्त बस उंगलियाँ उठाते रहते हैं
सच कहूं ग़र मैं
तो मेरी नज़रों में
अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही से न करना
देश के साथ गद्दारी है
ग़र सही से पढ़ेगें नहीं तो देश के प्रति क्या सेवा करेंगे
काम में कामचोरी देश के प्रति चोरी
क्या देश का किसान समृद्ध है?
क्या देश का जवान प्रसन्न है?
कह दो ना नहीं है
कब तक यह नौटंकी होगी?
एक दिन का आजादी का पर्व मनाना
और
पुरे वर्ष देश को छती पहूँचाना
वह भी अपने कर्मों से
मेरी नज़रों में यह 15 अगस्त केवल अंग्रेजों से आजादी का पर्व है
दरसल हम सब अभी भी दुख, चिंता, भ्रष्टाचार, गरीबी, व्यभिचार
बलात्कार, शोषण, घृणा, जलन इन सब चिंजों से आज़ाद नहीं हुए है
और ना जाने कब होगें
ह्रदय दुखता है मेरा यह सब देखके इसलिए ना चाहते हुए भी सच को लिख देता हूँ एक उम्मीद लिए कि कास हम सुधर जाए।
खैर छोड़ो हर बार कि तरह आप सभी को भी इस स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
बड़ी ही मेहनत से इस देश को आजादी मिली है….ज़रा सी मेहनत हम भी कर अपने ह्रदय को राग-द्वेष से आजाद कर सच्चे अमृत महोत्सव का संकल्प पुरा कर सकते है।
Written by:- Ashish Kumar
Modified by:- Ziddy Nidhi
Wow fantastically penned . Excellently narrated the reality. You’re awesome 🙂 Aashish 💐🇮🇳👏👏👏👏🤩
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Glad you liked it my lovely aunty✨❤🤗😇
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Excellent poem written straight from the heart, Ashish. I appreciate your wisdom. Very beautiful lines❤❤❤. Very proud of you.
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Thank you soo much aunty🤗❤🌹🙏
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Nice poem and excellent write up.
Happy Independence Day.
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Glad you liked it uncle ✨❤😇🤗
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Salutes dear bhai, well articulated n each word reflects your wisdom in it. My respects to you Mr. Indian 🙌 🇮🇳
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Glad you liked it didi✨❤🤗
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Amazing post! Very well said by you..👌
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Thank You Diduuu✨❤🤗
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bahut khoob👌👌
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Thank You ❤✨🌹
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मेरी नज़रों में यह 15 अगस्त केवल अंग्रेजों से आजादी का पर्व है
दरसल हम सब अभी भी दुख, चिंता, भ्रष्टाचार, गरीबी, व्यभिचार
बलात्कार, शोषण, घृणा, जलन इन सब चिंजों से आज़ाद नहीं हुए है
बिल्कुल सही और अक्षरशः सत्य। कितना दुख होता होगा उन्हें जो इस मिट्टी के लिए अपने परिवार की चिंता किए वगैर हंसते हंसते अपने प्राण न्योक्षावर कर गए।
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✨🤗❤😇
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