
Shanky❤Salty
“गीता”
यह तो माँ है, माँ!
शरीर रूपी माँ नहीं
आत्म रूपी माँ है
ज्ञान रूपी माँ है
थके, हारे, गिरे हुए को उठाती है
बिछड़ों को मिलाती है
भयभीत को निर्भय,
निर्भय को नि:शंक
नि:शंक को निर्द्वन्द्व
बनाकर
नारायण से मिला के
जीते जी मुक्ति का साक्षात्कार कराती है
मेरी माँ “गीता”
ऐसा पढ़ा है मैंने,,
श्री कृष्ण के मुख से निकली है “गीता”
श्री विष्णु का ह्रदय है “गीता”
परन्तु, वास्तव में
“गीता” तो किसी मजहब, पंथ, समुदाय, जाती, धर्म, विषेश का नहीं है
बल्कि यह तो जीवन जीने की कला है
जिस तरह रोता हुआ बच्चा
माँ की गोद में आकर चुप हो जाता है
वैसे ही “गीता” माँ को पढ़ कर
हर बच्चा, बुढ़ा, जावन अपने आप को निश्चित कर सकता है
578 भाषाओं में “गीता” का अनुवाद को चुका है जिसका भी मन है पढ़ने को वो
किसी भी भाषा में “गीता” को पढ़ सकता है
मैं आज “गीता जयंती” पर शुभकामनाएं क्या दुंगा आप सब को…….बस करबद्ध प्रार्थना है 24 घंटे में से मात्र 24 ससेकेंड “गीता” रूपी माँ के गोद में बिताए। मैं तो इतना विश्वास से कह सकता हूँ कि विश्व में “गीता” के समान कोई दूसरा ग्रंथ नहीं है
Written by:- Ashish Kumar
Modified by:- Ziddy Nidhi
Wow…mere Bhai, bahut bahut Pranam aapko. Itna deep gnan about Aatma Gnan! Be blessed 🙌. I am so pleased n touched to read it this morning 🌄
Excellent, brilliantly beautiful ❤🙏🙏
थके, हारे, गिरे हुए को उठाती है
बिछड़ों को मिलाती है
भयभीत को निर्भय,
निर्भय को नि:शंक
नि:शंक को निर्द्वन्द्व
बनाकर
नारायण से मिला के
जीते जी मुक्ति का साक्षात्कार कराती है
मेरी माँ “गीता”
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Aapse bhaut bhaut chota hu diduuu😌
Bs jo hai Ram Ji ki kripaa hai😊
Or pasand krne k liye dil se thank you diduuu❤🤗🤗
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Wonderful post bro.. very well written👌..Gita jayanti ki shubhkamana!
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Thank you soo much diduuu❤🤗
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शुभ गीता जयंती! लाजवाब पोस्ट लिखा है तुमने। जिसने गीता के गूढ़ ज्ञान समझ लिया, उसने जग जीत लिया।
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आभार💕 🤗
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Wonderful 👏🏻✨💖
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Thank you princess👸 ❤
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Beautiful 👌👌
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Thank you sir 🤝❤
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बहुत ही सुंदर व प्रेरक रचना 👌🏼👌🏼
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धन्यवाद दीदी ❤🤗
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मां तो मां होती है मां के बिना कुछ भी नहीं.
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बिलकुल सही 😊
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हम रहते हैं
एक इंसान के रूप में
आत्मा – शरीर – एकता
दुनिया
हमारी धरती माँ है
हमारे साथ वाले
ब्रह्मांड के माध्यम से यात्रा करता है
क्या हर व्यक्ति
आवश्यकता
सम्मानजनक जीवन के लिए
मुझे इसके बारे में किसी से पूछने की जरूरत नहीं है
हर व्यक्ति
मेरे नज़दीक
वह कठिनाई से पीड़ित है
वह मुझे बताएगा
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😊
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मैंने गीता पढ़ी है
यह प्रतिलेख है
हमारी माँ से
वो आत्मा
वो आत्मा
सभी को सपना भेजता है
इसमें आप कर सकते हैं
वो पन्ने पढ़ें जो अभी लिखे नहीं गए हैं
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धन्यवाद🙏💕
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You appear to be a master wtiter. Your writings appear to be on pragmatic aspects and spirituality . You have described about the GITA which is not a book but It denotes a way of life for one and all . All the Eighteen Adhyaya (Chapters) of the GITA depicts one thing—be STHITIPRAGYA in life and the world would be yours . Thanks !
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Divine explaination……thanks for reading🤗
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Thanks !
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Very well said.
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Thank you ❤🌹🙏
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बहुत सुंदर
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Thank you Uncle🤗❤
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Beautiful 👌👌👌💐
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Thank You my lovely aunty🤗❤
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Bhut khub!!!
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😊❤
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