April 09, 2021
Shanky❤Salty
इस किताब में हमारे आराध्य रामजी के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है, यह एक कवि और उसके आराध्य के बीच का वार्तालाप है, इसमें कवि का कोमल ह्रदय छलकता है, वह अपने राम जी को हर जगह हर वक़्त पाता है, उसे अपनी मृत्यु की भी चिंता नहीं है क्योंकि वह राम राम करते हुए ही मरना चाहता है, कवि का विश्वास है की राम राम करने से चौरासी योनि का जो चक्र है वह टूट जायेगा और उसे मोक्ष प्राप्त हो जायेगा, कवि ने अपने इस किताब में अपने आराध्य रामजी और खुद को दोस्ताने रिश्ते को भी बतलाया है और एक दास के रिश्ते को भी बताया है। इस किताब को पढ़ने के बाद हमे राम जी के संम्पूर्ण जीवन का ज्ञान हो जाता है, कवि राम मंदिर के कारण हुए राजनीति और दंगा फसाद के कारण बहुत दुखी है, वह राम मंदिर के नाम पर राजनीति करने वाले से बहुत नाराज है। कवि अपने मन की हर एक बात जो वह अपने राम जी से कहना चाहता है उसने अपने इस किताब में खुल कर लिखा है, आप इसे एक संवाद के रूप में जब पढेगें तब आपको यह समझ में आ जायेगा की कवि कितना मासूम है, वह अपनी हर एक बात अपने आराध्य रामजी से कैसे कहता है। कुछ पंक्तियाँ कवि ने कुछ इस तरह से लिखीं हैं जो बहुत ही गहरी हैं। आप सभी को यह किताब अवश्य पढ़ना चाहिए ताकि आपको रामजी के विषय में और भी जानकारी हो।
🤗
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😇😇😇
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बहुत अच्छे विषय पर तुमने लिखवाई शैंकी।
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Thank you aunty…..ab aapke review ka wait hai mujhe😅
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ज़रूर!
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😊😇
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जय श्री राम। 🙏
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जय जय सिया राम 😇
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कुछ ऐसे ही श्री राम अपने हैं ।राजनीति ने तो बहुत सीमित ही कर दिया राम जी को।
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जी हाँ, इस किताब में राम को एक उर्जा के तौर पर मैंने लिखा है। जो भी इसे पढ़ेगा उसे राम कि अनुभूति जरूर होगी और रोम रोम राम के नाम से पुलकित हो उठेगा 💕🤗
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👌
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😇
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जय श्री राम
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जय श्री राम 😇
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