February 21, 2021
Shanky❤Salty
ग़म के आँसू भी तो हला-हल कि तरह है ना शिव जी
आप हमें भी पीना सिखा दो न शिव जी
हर परिस्थिति में हमें भी मुस्कुराना सिखा दो न शिव जी…
ग़म के आँसू भी तो हला-हल कि तरह है ना शिव जी
आप हमें भी पीना सिखा दो न शिव जी
हर परिस्थिति में हमें भी मुस्कुराना सिखा दो न शिव जी…
जय शिव शंभु 🙏💐👌👌
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जय जय भोलेनाथ 💕🤗
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Jai bholenath.
https://thesocialtalks.com/opinion/climate-change-catalyst-conflict/
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Very nice 👍
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👌🏼👌🏼
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💕🤗
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गूढ़ और आध्यात्मिक कामना है तुम्हारी। जानते हो शैंकी,
शिवोऽहम् / शिवोहम ! एक पंचाक्षरी मंत्र है ।जिसका अर्थ है – मै ही शिव हूँ!
यानी ईश्वर में मैं हूँ । मुझमें ईश्वर है। हम उसी ईश्वर के अंश है।
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एक दम सही कहा आपने………हम समझते तो सब कुछ है पर नासमझों कि तरह हरकत कर चौरासी का चक्कर काटते रह जाते है। जिसने शिवोऽहम् को समझ लिया उसे कुछ समझने की जरूरत नहीं है।
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Jai ho bholenath ki
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Jai Ho Jai hoo🙏🙏💕🤗
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ग़म के आँसू भी तो हला-हल कि तरह
आप हमें भी पीना सिखा दो
न शिव जी..
दर्द को निगलना और हंसना सामान्य नहीं है। सुंदर, सुरुचिपूर्ण साहित्य..
सत्यम शिवम सुंदरम..
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पसंद करने के लिए धन्यवाद 💕🤗
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PRARTHNA JARUR RANG LAYEGI………GAM JAISI BHI HOGI JARU MIT JAAYEGI……..KHUBSURAT PANKTIYA.
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Haa uncle ye hoke rhega💕🤗
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Wah bumbumbhole
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बम भोले 🙏😇
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