December 13, 2019
Shanky❤Salty
हजारों रास्तें हैं
इस ज़िंदगी में
पर तेरे संग चला हुआ रास्ता
मैं भुल क्यों नहीं पाता हूँ
न चाह कर भी मैं
निराशा की गोद में क्यों सो जाता हूँ
खिड़की से हर वक्त
उम्मीद कि किरण मुझको है झाकती
मैं उससे आँख मिचौली खेल कर रह जाता हूँ
माना की नींद मुझसे रुठी है
पर क्यों मुझसे ही सारे रिश्ते टूटे हैं
जब से तुम गईं हो
बहुत कुछ कह कर मुझको
हकीकत कहता हूँ मैं तुझको
आये तो कई लोग ज़िंदगी में
दर्द को जानने
क्या पता था मरहम के जगह में
खुरेद चले जाएंगे मेरी ज़िंदगी को
विश्वास कर बैठा था हर किसी पर
क्या पता था घात कर जाएंगे मेरे विश्वास पर
एेसा नहीं है की तुम्हारे जाने से
सब कुछ खत्म हो गया है
बस कुछ खाली सा रह गया है
थक सा गया हूँ मैं इस ज़िंदगी से
बस दिल चाहता है
खोल मुट्ठी लेटने को जी चाहता है
हाथ जोड़ सबको अलविदा मैं कह दूं
इस ज़िंदगी से विदा अब मैं ले लूं
Feel the same😊
LikeLiked by 2 people
I’m very glad🙏😊
LikeLiked by 1 person
Kyuki tu bhoolna ni chahta h.
Jo tu kr rha h wo suicide kr hi hua.
LikeLiked by 3 people
Okay captian🙏
LikeLiked by 1 person
When you want how you want, it’s hard to get that love out of your heart. But if there are no positive responses, better forget that time heals wounds. I liked your verses full of feelings .. Excelenet poem.
LikeLiked by 1 person
Hope time heals everything. And thank you very much sir for your unbeatable support & giving your precious time to read my post 🙏😊
LikeLiked by 2 people
बहुत ही दर्दभरी रचना। मानों दिल में सैलाब भरा हो।
तुम रूठे क्या जग रूठा,
आँखों से नींदें रूठ गई,
ढूंढ रही आँखें नित इत-उत,
किधर गई तुम किधर गई।
कलतक अक्स बसा तेरा उन,
आँखों मे अब अश्क भरे,
धुंधली दुनियाँ,दर्पण धुंधले,
धुंधले सब अरमान पड़े,
नित कहते तुम छोड़ न देना,
सपने मेरे तोड़ न देना,
साथ निभाना जीवनभर कह,
हाथ छुड़ाकर किधर गई,
ढूंढ रही आँखें नित इत-उत,
किधर गई तुम किधर गई।
LikeLiked by 1 person
अक्सर एैसा ही लगता है
मेरे दिल कि बात आप समझ उसे शब्दों में पिरो ही देते हो
कितनी खूबसूरत पंक्तियाँ है ना सर ये
“साथ निभाना जीवनभर कह,
हाथ छुड़ाकर किधर गई,”
जैसे धनुष से तीर निकल गया हो
LikeLiked by 1 person
हा हा हा।
हंस के हर गम भूल जाते
तुम अगर ना पास पास आते।
LikeLiked by 1 person
That’s heart breaking yar..
Sahi kehthe hain apni khayal kavitha k madhyam se dhikawo aur tumse bada samjana wale aur koi nahi..
LikeLiked by 1 person
🙏🙏😊😊
LikeLiked by 2 people